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Dhamma Nāgājjuna2, Nagarjun Sagar, तेलंगाना, भारत (इंडिया)
केंद्र का स्थान: वेबसाइट | नक्शा
** यदि अन्यथा उल्लेख न किया गया हो, तो शिविर-निर्देश निम्नलिखित भाषा (भाषाओं) में दिए जाते हैं: हिंदी / अंग्रेज़ी / तेलुगू

 
दस दिवसीय और अन्य प्रौढ शिविरे
सभी दस दिवसीय शिविरे पहले दिन शामको शुरु होते है और आखिरी दिन जल्दी सुबह समाप्त होतें हैं.
इस खंड में घटनाओं के किसी भी विशेष निर्देश के लिए टिप्पणियाँ देखें.
2024 दस दिवसीय और अन्य प्रौढ शिविरे
उपथिती/सेवा दिनांक शिविर का प्रकार स्थिति स्थान अभिप्राय
दिसंबर 14, 2024 - जनवरी 29, 2025 ४५ दिवसीय पूर्ण किया Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
2025 दस दिवसीय और अन्य प्रौढ शिविरे
उपथिती/सेवा दिनांक शिविर का प्रकार स्थिति स्थान अभिप्राय
फर 02 - फर 13 विशेष १० दिवसीय रद्द किया Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
फर 02 - फर 17 आचार्यों के स्वयं-शिविर पूर्ण किया Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
फर 19 - मार्च 02 १० दिवसीय पूर्ण किया Nagarjun Sagar
मार्च 05 - मार्च 16 १० दिवसीय पूर्ण किया Nagarjun Sagar
मार्च 19 - मार्च 30 १० दिवसीय पूर्ण किया Nagarjun Sagar
अप्रै 02 - अप्रै 13 १० दिवसीय पूर्ण किया Nagarjun Sagar
अप्रै 25 - मई 16 २० दिवसीय प्रगती में Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अप्रै 25 - मई 26 ३० दिवसीय प्रगती में Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अप्रै 25 - जून 10 ४५ दिवसीय प्रगती में Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अर्जी भेजिए जून 12 - जून 21 सतिपठ्ठान सुत्त चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अर्जी भेजिए जून 12 - जून 23 १० दिवसीय चालू Nagarjun Sagar
अर्जी भेजिए जून 25 - जुला 06 १० दिवसीय चालू Nagarjun Sagar
अर्जी भेजिए जुला 09 - जुला 20 १० दिवसीय चालू Nagarjun Sagar
अर्जी भेजिए जुला 23 - अग 03 १० दिवसीय चालू Nagarjun Sagar
अग 06 - अग 17 १० दिवसीय अर्जी स्वीकृती शुरु मई 01 Nagarjun Sagar
अग 20 - अग 31 १० दिवसीय अर्जी स्वीकृती शुरु मई 01 Nagarjun Sagar
सितं 03 - सितं 14 १० दिवसीय अर्जी स्वीकृती शुरु जुला 01 Nagarjun Sagar
सितं 23 - अक्टू 04 १० दिवसीय अर्जी स्वीकृती शुरु जुला 01 Nagarjun Sagar
अक्टू 08 - अक्टू 19 १० दिवसीय अर्जी स्वीकृती शुरु अग 01 Nagarjun Sagar
अर्जी भेजिए अक्टू 24 - नवं 14 २० दिवसीय चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अर्जी भेजिए अक्टू 24 - नवं 24 ३० दिवसीय चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अर्जी भेजिए अक्टू 24 - दिस 09 ४५ दिवसीय चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अर्जी भेजिए दिसंबर 14, 2025 - जनवरी 14, 2026 ३० दिवसीय नयी महिला साधिकाएँ - बंद किया पुरानी महिला साधिकाएँ - चालू नये पुरुष साधक - बंद किया पुराने पुरुष साधक - चालू धम्मसेवक - चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
अर्जी भेजिए दिसंबर 14, 2025 - जनवरी 29, 2026 ४५ दिवसीय चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
2026 दस दिवसीय और अन्य प्रौढ शिविरे
उपथिती/सेवा दिनांक शिविर का प्रकार स्थिति स्थान अभिप्राय
अर्जी भेजिए फर 02 - फर 17 आचार्यों के स्वयं-शिविर चालू Nagarjun Sagar विशेष शिविर के लिए योग्यता
 
 

यह ऑनलाइन आवेदन पत्र आपकी जानकारी को आपके संगणक से हमारे ॲप्लिकेशन-सर्वरतक भेजने से पहले कूट रूप देता है. परन्तु कूट रूप देनेके बाद भी यह पूर्णतयः सुरक्षित न होनेकी संभावना है. अगर आप अपनी गोपनीय जानकारी इंटरनेट पर रहते हुए उससे जुड़ी सुरक्षा जोखिम से चिंतीत है, तो इस आवेदन पत्रका उपयोग न करें. बल्की आवेदन पत्र डाऊनलोड करें. उसे छापकर पूर्ण करें. बादमें यह आवेदन पत्र नीचे दिये गए शिविर आयोजकों को भेजिये. आपका आवेदन पत्र फैक्स या पोस्ट करने से पंजीकरण प्रक्रीया एक या दो हफ्तेसे विलंबित हो सकती है.


पुराने साधकों की क्षेत्रिय वेबसाईट के लिये यहाँ क्लिक करें here. यह वेबसाईट देखने के लिए युजर नेम और पासवर्ड की जरूरत होगी

प्रश्न पुछने के लिए ईमेल: info@nagajjuna2.dhamma.org

सभी शिविर पूर्णतया दान के आधारपर चलते है. सभी खर्च उनके दानसे पूर्ण होते है, जो शिविर पूर्ण करके विपश्यना का लाभ अनुभव करनेपर दूसरोंको यही मौका देना चाहते है. आचार्य अथवा सहायक आचार्य कोई मुहफ्जा नहीं पाते; वह तथा शिविर में सेवा देनेवाले सेवक अपना समय स्वेच्छापूर्ण रूपसे देते है. इस प्रकार विपश्यना व्यावसायिकरण से मुक्त रूप में दी जाती है.

पुराने साधक याने वो, जिन्होनें स. ना. गोयन्काजी अथवा उनके सहायक आचार्यों के साथ किमान एक १०-दिवसीय शिविर पूर्ण किया है.

पूराने साधकों को नीचे दिये गए शिविरों में धम्मसेवा का अवसर प्राप्त हो सकता है.

द्विभाषी शिविर ऐसे शिविर है जो दो भाषाओंमें सिखायें जाते है. सभी साधक दैनंदिन साधना की सुचनाएँ दो भाषाओंमें सुनेंगे. श्यामके प्रवचन अलग से सुनाये जायेंगे.

ध्यान शिविर दोनों केंद्र और गैर - केंद्र स्थानों पर आयोजित किया जाता हैं. ध्यान केंद्र शिविरों को साल भर नियमित रूप से आयोजित करने में समर्पित हैं. इस परंपरा में ध्यान केंद्र स्थापित करने से पहले सभी शिविर कैंप, धार्मिक स्थान, चर्च और इस तरह के रूप में अस्थायी जगहोमें आयोजित किये गये. आज, जहां विपश्यना क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय साधकों द्वारा केंद्र अभी तक स्थापित नहीं किया गया है, ऐसे क्षेत्रों में १० दिन ध्यान शिविर गैर-केंद्र शिविर स्थलों पर आयोजित किया जाता हैं.


१० दिवसीय शिविर विपश्यना साधना के परिचयात्मक शिविर है, जिनमें यह तकनीक हर दिन क्रमशः सिखायी जाती है. यह शिविर श्यामके २ - ४ बजे पंजीकरण और निर्देश के बाद शुरू होती है. उसके बाद १० पूर्ण दिन साधना होती है. शिविर ११वे दिन सुबह ७.३० बजे समाप्त होते है.


विशेष शिविर के लिए योग्यता

सतिपठ्ठान सुत्त शिविर के लिये १० दिवसिय शिविर जैसी ही समय-सारिणी और अनुशासन-संहिता होती है. इनमें यह अंतर है की टैंप किये हुए श्यामके प्रवचनो में सतिपठ्ठान सुत्तका गौर से अभ्यास किया जाता है. यह प्रमुख पाठ है जिसमें विपश्यनाकी तकनीक सुव्यवस्थित रूप से समझायी गयी है. यह शिविर उन पुराने साधकों के लिए खुले हैं जिन्होने कम से कम तीन १०-दिवसीय शिविर पूरें किये है, पिछले १०-दिवसीय शिविर के बाद अन्य कोई साधना पद्धती का अभ्यास नही किया है, विपश्यना की तकनीक का कम से कम १ साल अभ्यास किया है और जो दैनंदिन जीवन में पंचशील का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं.


विशेष शिविर के लिए योग्यता

विशेष १० दिवसीय शिविर केवल गंभीर पुराने और इस साधनामें प्रतिबद्ध साधकों के लिए है, जिन्होनें कम से कम ५ दस दिवसीय शिविर और एक सतिपट्ठान सुत्त शिविर किया है; कम से कम एक १० दिवसीय धम्मसेवा दी है और किमान २ सालसे नियमित रूपसे साधना का अभ्यास कर रहे हैं.

२० दिवसीय शिविर केवल गंभीर पुराने और इस साधना में प्रतिबद्ध साधकों के लिए है, जिन्होनें कम से कम ५ दस दिवसीय शिविर और एक सतिपट्ठान सुत्त शिविर किया है; कम से कम एक १० दिवसीय धम्मसेवा दी है और किमान २ सालसे नियमित रूपसे साधना का अभ्यास कर रहें हैं.

३० दिवसीय शिविर केवल गंभीर पुराने और इस साधना में प्रतिबद्ध साधकों के लिए है, जिन्होनें कम से कम ६ दस दिवसीय शिविर (२० दिवसीय शिविर के बाद एक), एक २० दिवसीय शिविर और एक सतिपट्ठान सुत्त शिविर किया है; और किमान २ साल से नियमित रूपसे साधना का अभ्यास कर रहे हैं.

४५ दिवसीय शिविर केवल धम्मसेवा में जुड़े साधकों के लिए और सहायक आचार्यों के लिए है, जिन्होंने कम से कम ७ दस दिवसीय शिविर (३० दिव्सीय शिविर के बाद एक), दो ३० दिवसीय शिविर और एक सतिपट्ठान सुत्त शिविर किया है; और किमान ३ सालसे नियमित रूप से साधना का अभ्यास कर रहे हैं.

आचार्यों के स्वयं-शिविर केवल पुराने गंभीर साधकों के लिए खुले है जो धम्म प्रचारित करने में अभी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं अथवा भविष्य में निभानेवाले हैं, केवल विपश्यना का अभ्यास कर रहे हैं(दूसरी कोई साधनापद्धतीका अभ्यास नहीं कर रहें हैं), दिन में २ घंटे दैनिक साधना का अभ्यास बनाये रखें हैं; जीवहत्या से विरत है; अब्रम्हचर्य से विरत है; नशे के सेवन से विरत है; और बाकीके शीलोंका पालन अपनी क्षमतानुसार कर रहे हैं. यह आवश्यकता सालाना बदल सकती है और प्रवेश स. ना. गोयंकाजीके निर्णयपर आधारित रहेंगे.

 

आवेदन पत्र अग्रिम समय में प्रस्तुत करना आवश्यक रहेगा क्योंकी उसके संस्करण में कुछ समय लग सकता है. जो साधक अंग्रेजी या घोषित कि हुई शिविरभाषा नहीं बोल सकतें, वह शिविर के लिए आवेदन पत्र दे सकते हैं, मगर शिविर के लिए उपयोग में आनेवाला साहित्य, उचित अनुवादक, और शिविर लेनेवाले आचार्य की अनुमती उपलब्ध होनेपरही उस आवेदन पत्र की स्वीकृती हो सकती है.